मंगल |
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मंगल |
- |
रूद्र जप, रक्तवृष का
दान पूजन करना चाहिए, शिव पूजन करना
चाहिए |
मंगल |
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राहु |
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नाग पूजा, ब्राह्मणों का सत्कार, भोजन कराना चाहिए,
मृतुन्जय जप करना चाहिए |
मंगल |
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गुरु |
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शिव सहस्त्रनाम पाठ, शिव पूजन करना चाहिए |
मंगल |
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शनि |
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मृतुन्जय जप, शिव पूजन करना चाहिए |
मंगल |
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बुध |
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अश्वदान, विष्णु सहस्त्रनाम पाठ करना चाहिए |
मंगल |
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केतु |
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शिव सहस्त्रनाम पाठ, शिव पूजन करना चाहिए |
मंगल |
- |
शुक्र |
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गो की सेवा दान,
महिषी की सेवा दान करना चाहिए |
मंगल |
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सूर्य |
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सूर्य की आराधना |
मंगल |
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चन्द्रमा |
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दुर्गा, लक्ष्मी जी के जप, महिष की सेवा दान करना
चाहिए |
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राहु |
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राहु |
- |
राहू की आराधना, जप, दान, शांति कराने से लाभ होता है |
राहु |
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गुरु |
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स्वर्ण शिव प्रतिमा का पूजन करने से लाभ होता है |
राहु |
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शनि |
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कृष्ण गोदान,
महिषी की सेवा दान करना चाहिए |
राहु |
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बुध |
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विष्णु सहस्त्रनाम पाठ करना चाहिए |
राहु |
- |
केतु |
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छाग दान करना चाहिए |
राहु |
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शुक्र |
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लक्ष्मी जी की
पूजा-पाठ करे तो सुख की प्राप्ति होती है |
राहु |
- |
सूर्य |
- |
सूर्य की आराधना करनी चाहिए |
राहु |
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चन्द्रमा |
- |
श्वेत गोदान एवं महेश दान करने से सुख की प्राप्ति
होती है |
राहु |
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मंगल |
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वृषदान और गोदान करे तो सुख प्राप्त होता है |
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गुरु |
- |
गुरु |
- |
शिव सहस्त्रनाम पाठ, रूद्र जप, गो का दान पूजन करना
चाहिए, शिव पूजन करना चाहिए |
गुरु |
- |
शनि |
- |
विष्णु सहस्त्रनाम पाठ , कृष्ण गोदान , महिष दान करे
तो शनि प्रसन्न होगा और लाभ होगा |
गुरु |
- |
बुध |
- |
सर्व्सुख्दायक , आयुवृद्धिकारक , विष्णु सहस्त्रनाम
पाठ का जप करना चाहिए |
गुरु |
- |
केतु |
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छाग दान और विधिपूर्ण मृत्युंजय जप करना चाहिए |
गुरु |
- |
शुक्र |
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कपिलागोदान ,महिष दान करे तो लाभ होता है |
गुरु |
- |
सूर्य |
- |
आदित्यहृदय का पाठ करे |
गुरु |
- |
चन्द्रमा |
- |
सप्तशती दुर्गापाठ करना चाहिए |
गुरु |
- |
मंगल |
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सर्व संपत्ति दायक वृष का दान करना चाहिए |
गुरु |
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राहु |
- |
मृत्युंजय का जप ,छाग दान करे |
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शनि |
- |
शनि |
- |
मृत्युंजय का
जप करे |
शनि |
- |
बुध |
- |
विष्णुसहस्त्रनाम का जप ,अन्नदान करे |
शनि |
- |
केतु |
- |
छागदान करे |
शनि |
- |
शुक्र |
- |
दुर्गा सप्तशती पाठ ,गोदान ,महिषदान करे |
शनि |
- |
सूर्य |
- |
सूर्य की आराधना करनी चाहिए |
शनि |
- |
चन्द्रमा |
- |
तिल से हवन , गुड ,घी , दही मिला हुआ तणडुल ,गौऊ ,महिष
का दान करे |
शनि |
- |
मंगल |
- |
होम और वृषदान करना चाहिए |
शनि |
- |
राहु |
- |
मृत्युंजय जप ,छागदान ,वृषदान करना चाहिए |
शनि |
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गुरु |
- |
शिवसरहस्त्रनाम जप और सुवर्ण दान करना चाहीए |
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बुध |
- |
बुध |
- |
विष्णुसहस्त्रनाम का जप करना चाहिए |
बुध |
- |
केतु |
- |
छागदान करे |
बुध |
- |
शुक्र |
- |
दुर्गा सप्तशती पाठ और मन्त्र-जप करे |
बुध |
- |
सूर्य |
- |
सूर्य की आराधना आदि शान्ति करनी चाहिए |
बुध |
- |
चन्द्रमा |
- |
दुर्गा मन्त्र वस्त्र दान करना चाहिए |
बुध |
- |
मंगल |
- |
गोदान, मृत्युंजय जप, शिव पूजा करनी चाहिए |
बुध |
- |
राहु |
- |
दुर्गा और लक्ष्मी के मन्त्र जप ,कपिला गो का दान महिष
का दान और पूजा करना चाहिए |
बुध |
- |
गुरु |
- |
शिवसरहस्त्रनाम जप ,गोदान-पूजा ,स्वर्ण का दान करना
चाहिए |
बुध |
- |
शनि |
- |
मृत्युंजय जप, कृष्णगो और महिष का पूजन एवम दान करना
चाहिए |
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केतु |
- |
केतु |
- |
दुर्गा सप्त शती का पाठ, कपिला गो का दान महिष का दान
और पूजा करना चाहिए |
केतु |
- |
शुक्र |
- |
दुर्गा सप्त शती का पाठ, कपिला गो का दान महिष का दान
और पूजा करना चाहिए |
केतु |
- |
सूर्य |
- |
स्वर्णदान, गो पूजन दान, सूर्य की आराधना आदि करनी
चाहिए |
केतु |
- |
चन्द्रमा |
- |
चन्द्रमा की शान्ति के लिए जप, दान करने से लाभ मिलता
है |
केतु |
- |
मंगल |
- |
वृष की पूजा दान करने से लाभ मिलता है |
केतु |
- |
राहु |
- |
दुर्गा सप्त शती का पाठ करने से लाभ मिलता है |
केतु |
- |
गुरु |
- |
शिवसरहस्त्रनाम जप, मृत्युंजय जप करना चाहिए |
केतु |
- |
शनि |
- |
तिल से हवन, गो और महिष का पूजन एवम दान करना
चाहिए |
केतु |
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बुध |
- |
विष्णुसहस्त्रनाम का जप करने से लाभ मिलता है |
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शुक्र |
- |
शुक्र |
- |
दुर्गा सप्त शती का पाठ, गो का दान पूजन करने से लाभ
मिलता है |
शुक्र |
- |
सूर्य |
- |
सूर्य की आराधना आदि करनी चाहिए |
शुक्र |
- |
चन्द्रमा |
- |
रूद्र जप, कपिला गो की सेवा दान, चांदी का दान, शिव
पूजन करने से लाभ मिलता है |
शुक्र |
- |
मंगल |
- |
गो की सेवा दान,
महिषी की सेवा दान करने से लाभ मिलता है |
शुक्र |
- |
राहु |
- |
मृत्युंजय जप करने से लाभ मिलता है |
शुक्र |
- |
गुरु |
- |
मृत्युंजय जप करने से लाभ मिलता है |
शुक्र |
- |
शनि |
- |
तिल से हवन, मृत्युंजय जप, दुर्गा सप्त शती का पाठ,
शिव पूजन करने से लाभ मिलता है |
शुक्र |
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बुध |
- |
विष्णुसहस्त्रनाम का जप करने से लाभ मिलता है |
शुक्र |
- |
केतु |
- |
मृत्युंजय जप, छाग का दान, शुक्र की पूजा, हवन शान्ति
करने से लाभ मिलता है |
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