ऑपरेशन कराने व दवाईयां सेवन शुरू करने के
लिए शुभ मुहूर्त
हर कार्य का अपना विशेष महत्व होता है इसलिए किसी भी कार्य को करने के लिए
विशेष मुहूर्त की गणना की जाती है जिसे शुभ मुहूर्त कहा जाता है। जहां एक तरफ
अधिकतर शुभ मुहूर्त व्यक्ति की कुंडली और उसके अनुसार ग्रहों की चाल के मुताबिक तय
किये जाते है वहीं दूसरी तरफ कुछ पंचांग से तिथि, वार,
नक्षत्र, योग, करण के आधार पर मुहूर्तों का निर्धारण किया जाता है। मुहूर्त किसी कार्य के
लिए शुभ व अशुभ समय की अवधि को कहा जाता है। मुहूर्त शास्त्र के अनुसार तिथि, वार, नक्षत्र,
योग आदि के
संयोग से शुभ या अशुभ योगों का निर्माण होता है। जिन मुहूर्तों में शुभ कार्य किए
जाते हैं उन्हें शुभ मुहूर्त कहते हैं। इसके विपरीत अशुभ योगों में किए गए कार्य
असफल होते हैं और उनका फल भी अशुभ होता है।
मुहूर्त को इसलिए देखा जाता ही ताकि हमारे कार्य विशेष को करने में कोई
विघ्न न आये एवम उससे हमें शुभ परिणाम प्राप्त हों|
यहाँ आपको मैं ऑपरेशन कराने व दवाईयां सेवन शुरू के लिए शुभ तिथि, वार व
नक्षत्र बता रहा हूँ जिस दिन इन तीनों का संयोग बैठ जाये वह दिन विशेष शुभ हो जाता
है|
ऑपरेशन कराने के लिए –
शुभ तिथियाँ (दोनों पक्षों की शुक्ल व कृष्ण) – 4, 9, 14
शुभ वार – सोम, मंगल, गुरु
शुभ नक्षत्र – अश्वनी, मृगशिरा, पुष्य, हस्त, स्वाति, अनुराधा,
ज्येष्ठा,श्रवण, शतभिषा
जिस शुभ तिथि में वार व नक्षत्र का संयोग भी मिल जाये तो उस दिन ऑपरेशन
कराने से ऑपरेशन सफल रहता है, तकलीफ भी कम होती है व अच्छे परिणाम प्राप्त होते
हैं फिर चाहे सन्तान प्राप्ति के लिए, घुटनों के लिए, आँखों के लिए कोई सा भी ऑपरेशन
करायें|
दवाई लेना शुरू करने के मुहर्त –
शुभ तिथियाँ (शुक्ल पक्ष की) – 2, 3, 5, 6, 7, 8, 10, 1,
12, 13, 15
शुभ वार – रवि, सोम, बुध, गुरु, शुक्र
शुभ नक्षत्र – अश्वनी, मृगशिरा, पुनर्वसु, पुष्य, हस्त, चित्रा, स्वाति,
अनुराधा, मूल, श्रवण, धनिष्ठा,
रेवती
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