परीक्षाएं
नज़दीक हैं। इसलिए इन दिनों बच्चे परीक्षा की तैयारियों में व्यस्त हैं। हर कोई
चाहता है कि वह परीक्षा में अच्छे अंक प्राप्त करे ताकि किसी अच्छे कॉलेज में
दाखिला ले सके। लेकिन कई बार पूरी तैयारी के बाद भी इम्तिहान में गड़बड़ हो जाती
है।
सामान्यतया
बच्चों का मन इतना चंचल होता है कि पढ़ाई में मन नहीं लगता। ध्यान लगाने में
दिक्कत होती है और फिर आलस भी तो बहुत आती है! सर्दी के मौसम में तो एक बार रजाई
में बैठ जाएं तो ऊंघने लगते हैं फिर कहा पढ़ाई में मन लगता है।
ज्यादातर ऐसा उन बच्चों में होता
है जिनकी कुंडली में केमद्रुम, शकट योग होता है या जिन बच्चों की कुंडली में
चन्द्रमा या लग्न पाप मध्य या पाप कर्तरी योग में होता है|
ये ज्य़ोतिषीय उपाय जातक की जन्म कुंडली और उसमें ग्रहों की स्थिति के आधार पर
किए जाते हैं जिसके लिए आप हमारे
ज्योतिष विशेषज्ञों से सलाह ले
सकते हैं।
लेकिन यहाँ हम आपको आपकी राशि के अनुसार कुछ ज्योतिषीय उपायों की मदद से इसका समाधान बता रहे हैं आशा है आप इन को अपना कर लाभान्वित होंगे।
मेष राशि (aries)
मेष राशि के जातकों के लिए पढ़ाई
का सहायक ग्रह सूर्य है। सूर्य देव को बल प्रदान करने के लिए आप निम्न उपाय कर
सकते हैं:
·
रोज़ाना
सूर्य नमस्कार करें और सूर्यदेव की आराधना करें।
·
अपने स्टडी
रूम की दीवार पर सूर्य की प्रतिमा लगाएं।
·
आपका रूटीन
जितना नियमित होगा पढ़ाई में उतने ही बेहतर परिणाम मिलेंगे।
वृष राशि (turus)
वृष राशि के जातकों के लिए पढ़ाई
का कारक ग्रह बुध है। कुंडली में बुद्ध की स्थिति बेहद महत्वपूर्ण होती है। यह
बुद्धि का कारक ग्रह है। अगर बुद्ध की स्थिति अनुकूल नहीं है तो किसी विषय को
समझने में कठिनाई हो सकती है। इसके लिए आप बुध देव को बल प्रदान करने के लिए निम्न
ज्योतिषीय उपाय करें:
·
रोज़ाना
श्री गणेश की आराधना करें और उन्हें दूर्वा अर्पित करें।
·
अपने स्टडी
टेबल पर हरा वस्त्र बिछाकर पढ़ें।
·
अपनी छोटी
उंगली में पन्ना पहनें।
·
इन जातकों
को पढ़ा हुआ बार-बार दोहराना चाहिए।
मिथुन (Gemini)
मिथुन जाति के कारकों के लिए
शुक्र पढ़ाई का कारक ग्रह है। इस राशि के जातकों शुक्र देव को बल प्रदान करने के
लिए निम्न नियमों का पालन करना चाहिए:
·
रोज़ाना
देवी कमला महाविद्या की आराधना करें।
·
भगवान शिव
को रोज़ाना सफेद पुष्प अर्पित करें।
·
शुक्रवार
के दिन छोटे बच्चों को खीर खिलाएं।
·
पढ़ते समय
कमरे को खुशबुदार रखें। इससे एकाग्रता से पढ़ाई करने में मदद मिलेगी।
कर्क राशि
(Cancer)
कर्क राशि के जातकों के लिए मंगल पढ़ाई का सहायक ग्रह है। मंगल
तर्क का कारक ग्रह है। कुंडली में अगर इसकी स्थिति शुभ न हो तो मंगल देव को बल
प्रदान करने के लिए निम्न ज्योतिषीय उपाय किए जा सकते हैं:
·
पंचमेवा और
चावल की आधी आधी-मात्रा लेकर खीर बनाएं और उसे भगवान शिव को चढ़ाएं। ऐसा 40 दिन तक करते रहें।
·
रोज़ाना
हनुमान चालीसा का पाठ करें।
·
पढ़ते समय
आपकी पीठ दक्षिण पश्तिम दिशा में होनी चाहिए।
·
रोज़ाना
हनुमान मंदिर जाने से परीक्षा में अच्छे अंक प्राप्त होंगे।
सिंह राशि (Leo)
सिंह राशि के जातकों के लिए गुरु पढ़ाई का कारक ग्रह है। इस
राशि के विद्यार्थियों को गुरु देव को बल प्रदान करने के लिए निम्न उपाय करने से
पढ़ाई में मदद मिलेगी:
·
नियमित रूप
से गायत्री मंत्र का जाप करें।
·
विष्णु
मंदिर जाने से विद्यार्थियों को अध्ययन में लाभ मिलेगा।
·
आपके लिए
अच्छा रहेगा कि पढ़ते समय अपना मुख पूर्व दिशा की ओर रखें।
कन्या और तुला राशि (Virgo and libra)
कन्या और तुला राशि के विद्यार्थियों को शनि की आराधना करने से
लाभ होगा। शनि को शिक्षा के लिए बेहद हानिकारक माना गया है। लेकिन इसके उलट कुछ
ज्ञान ऐसे हैं जो शनि की सहायता से ही प्राप्त किए जा सकते हैं। शनि देव को बल
प्रदान करने के लिए आप निम्न नियमों का पालन कर सकते हैं:
·
रोज़ाना शनि
मंदिर जाएं।
·
प्रत्येक
शनिवार तेल एवं तिल की वस्तुएं चढ़ाएं।
·
महाविद्या
महाकाली की पूजा करें।
·
प्रत्येक
शनिवार काले कुत्ते को शहद और रोटी खिलाएं।
·
लोन लेकर
पढ़ाई न करें।
·
पढ़ने के
लिए लोहे की बजाए लकड़ी की मेज और कुर्सी का प्रयोग करें।
वृश्चिक राशि (Scorpio)
वृश्चिक राशि के लोगों के लिए गुरु पढ़ाई का सहायक ग्रह है।
गुरु ग्रह ज्ञान का कारक ग्रह है। इस राशि के जातकों को गुरु देव को बल प्रदान करने
के लिए निम्न नियमों का पालन करना चाहिए:
·
पूर्व या
उत्तर दिशा की ओर मुख करके पढ़ें। इससे ध्यान केंद्रित करने में मदद मिलेगी।
·
सुबह या
शाम किसी भी समय हनुमान चालीसा का पाठ करें।
·
परीक्षा के
दिन लाल या गुलाबी वस्त्र धारण करें।
धनु राशि (Sagittarius)
धनु राशि के जातक के लिए मंगल पढ़ाई का कारक ग्रह है। इस राशि
के जातकों को मंगल देव को बल प्रदान करने के लिए निम्न नियमों का पालन करना चाहिए:
·
रोज़ाना
हनुमान मंदिर जाएं।
·
पढ़ाई शुरु
करते समय मां सरस्वति और गुरुओं का ध्यान करें। इससे मानसिक भटकाव में कमी आएगी।
·
परीक्षा के
दिन हल्के पीले और गुलाबी वस्त्र धारण करें।
मकर राशि (capricorn)
मकर राशि के जातकों के लिए शुक्र शिक्षा का सहायक ग्रह है। इस
राशि के जातक परीक्षा में अच्छे परिणाम के लिए शुक्र देव को बल प्रदान करने के लिए
निम्न नियमों का पालन कर सकते हैं:
·
पढ़ाई शुरु
करने से पहले मां सरस्वति की आराधना करें। इससे मन में इधर-उधर के ख्याल नहीं
आएंगे।
·
उत्तर दिशा
की ओर मुख करके पढ़ाई करें।
·
परीक्षा पर
जाने से पहले हनुमान जी के पैरों से सिंदूर का तिलक लगाएं।
कुंभ (Aquarius)
कुंभ राशि के जातकों के लिए
शिक्षा का कारक ग्रह बुद्ध है। परीक्षा में एच्छिक परिणाम हासिल करने के लिए इस
राशि के जातकों को बुध देव को बल प्रदान करने के लिए निम्न नियमों का पालन करना
चाहिए:
·
रोज़ाना
गणपति की आराधना करें।
·
पढ़ते समय
अपना मुख दरवाज़े की ओर नहीं रखें।
·
जिस विषय
को पढ़ना हो सिर्फ उसे ही साथ लेकर बैठें।
·
परीक्षा के
लिए निकलने से पहले गुड़ खाएं।
मीन राशि (Pisces)
मीन राशि के जातकों के लिए
चंद्रमा शिक्षा का कारक ग्रह है। चंद्रमा मन का भी कारक ग्रह है। यह विद्यार्थी को
महत्वाकांक्षी और मानसिक रूप से मजबूत बनाता है। अगर कुंडली में चंद्रमा की स्थिति
शुभ न हो तो विद्यार्थी का पढ़ने में मन नहीं लगता। इसके लिए आप चन्द्र देव को बल
प्रदान करने के लिए निम्न ज्योतिषीय उपाय कर सकते हैं:
·
चांदी की
प्लेट में खीर खाएं। इससे आपकी यादाश्त मज़बूत होगी।
·
मां
सरस्वति की आराधना करें।
·
शिव की
पूजा करें।
·
चंदन के
तिलक से मन शांत होगा।
·
पूर्णिमा
के दिन किसी बड़े जैसे कि अपने गुरु या माता पिता की सेवा करें और उनका आशीर्वाद
लें।
इन ज्योतिषीय उपायों से आप ग्रह
दोष दूर कर सकते हैं। इसके अलावा शिक्षा संबंधी विस्तृत जानकारी के लिए आप एजुकेशन
रिपोर्ट (Education Report) प्राप्त कर सकते हैं।
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